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कम रोशनी में भी देख लेते हैं उल्लू


उल्लू एक रात्रिचारी पक्षी है। वह अपनी आंख और गोल चेहरे के कारण बहुत प्रसिद्ध है। यह बहुत कम रोशनी में भी देख लेते हैं। इसलिए इन्हें रात्रि में शिकार करने में ज्यादा परेशानी नहीं होती है। 


अक्सर हम यह जानते हैं कि उल्लू दिन में देख नहीं सकता लेकिन यह बात झूठ है। इसके ठीक विपरीत उल्लू के नेत्रों में प्रचंड रोशनी भरी पड़ी है इसलिए वह केवल रात में ही देख पाता है।

किसी वस्तु का न दिखाई देना अंधकार के कारण ही नहीं होता बल्कि तीव्र प्रकाश हो तो भी आंखें देखने में असमर्थ होती हैं। जो प्रकाश हमारी आंखों के लिए सामान्य है, जिसे हम आसानी से देख सकते हैं, वही प्रकाश उल्लू की आंखों के लिए चौंधिया देने वाला बन जाता है। उल्लू इसी कारण दिन में देख नहीं पाता।

बड़ी आंखें बुद्धिमानी की निशानी होती है, इसलिए उल्लू को बुद्धिमान माना जाता है। उल्लू के पर बहुत मुलायम होते हैं, इसीलिए रात में उड़ते समय आवाज नहीं होती है।



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