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क्या आप जानते हैं गूगल के डूडल के पीछे किसका है दिमाग

वर्ल्ड कप का फाइनल हो या मदर्स-डे का मौका,
गूगल पेज पर आपको गूगल डूडल देखने को जरूर मिलता है। लेकिन, क्या आपको पता है इन खास मौकों पर दिखने वाले आकर्षक डूडल के पीछे किसका दिमाग है? अगर नहीं तो जान लीजिए।

गूगल के डूडल के पीछे रेयान जरमिक का क्रिएटिव दिमाग काम करता है। रेयान जरमिक गूगल डूडल टीम के लीडर हैं। गूगल डूडल को आकर्षक और विशिष्ट बनाने में रेयान जरमिक के साथ 10 कलाकार, चार इंजीनियर और दो प्रोड्यूसर काम करते हैं।

प्रोड्यूसर दुनिया भर में काम कर रही 100 लोगों की टीम के साथ कॉर्डिनेट करते हैं। इंडियाना में जन्मे रेयान बचपन से ही आर्ट और कॉमिक्स को प्यार करते हैं। न्यूयॉर्क में रहकर उन्होंने इलस्ट्रेशन और क्रिएटिव राइंटिंग की बारीकियां सीखी हैं। इससे पहले वर्ष 2000 में दक्षिण भारत में रहकर उन्होंने रिमीडीअल तमिल और साइन पेंटिंग को भी शिद्दत से सीखा है।

रेयान बताते हैं कि 1998 में सबसे पहले उन्होंने डूडल बनाया गया था, जिसमें बर्निंग मैन फेस्टिवल को दर्शाया गया था। हालांकि 2009 तक डूडल की कोई ऑफिशियल टीम नहीं थी।

2009 से लगातार गूगल डूडल टीम हर साल 400 से ज्यादा डूडल तैयार करती है, जिनमें 50 से 100 डूडल पूरी तरह एनिमेटेड होते हैं। रेयान के मुताबिक दुनिया भर में काम कर रहे 100 से ज्यादा गूगल कर्मचारी डूडल के रियल हीरो हैं। यही लोग आइडिया देते हैं और कल्चरल गाइडेंस देते हैं। उसी के आधार पर डूडल बनाया जाता है।

कोई त्योहार हो या फिर ओलंपिक जैसा कोई आयोजन, गूगल डूडल भी हमारे सुख-दुख में जरूर शामिल रहते हैं।

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