इंटरनेट पर तत्काल टिकट की बुकिंग के दौरान धीमे सर्वर की समस्या अब छू-मंतर हो गई है। दरअसल आईआरसीटीसी ने उच्च क्षमता वाले दो और सर्वर अपने साथ जोड़े हैं, जिससे पीक टाइम में उनकी क्षमता दोगुनी हो गई।
अखिल भारतीय ट्रेनों के लिए रोजाना चार लाख टिकट (2.5 लाख पीएनआर) बुक किए जाते हैं। भारी मांग के कारण सामान्य सर्वर में टिकट की बुकिंग मुश्किल हो जाती थी, लेकिन बीते एक जून से यह समस्या कुछ हद तक कम हुई है।
उच्च क्षमता वाले दो अतिरिक्त सर्वर जोड़ने के बाद आईआरसीटीसी के सर्वर की संख्या 17 हो चुकी है, साथ की इसकी 1.4 जीबी बैंडविड में भी 25 फीसदी का इजाफा किया गया है।
प्रतिदिन 5.5 से 6 लाख टिकट की बुकिंग
आईआरसीटीसी के मुताबिक, एक जून से पहले के 72 सौ के मुकाबले आईआसीटीसी के सर्वर की अब प्रति मिनट करीब 14 हजार टिकट बुक करने की क्षमता हो गई है।
आईआरसीटीसी के अध्यक्ष डॉ ए के मिनोचा के अनुसार इससे तत्काल टिकट बुक कराना आसान होगा। उन्होंने बताया कि देश में कुल रेलवे टिकटों का 54 प्रतिशत आइआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक किया जाता है, इसको देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। दुनिया में यह दूसरी सबसे व्यस्त वेबसाइट है जिस पर 3 करोड़ से ज्यादा यूजर्स रजिस्टर्ड हैं। इसके जरिए प्रतिदिन 5.5 से 6 लाख टिकट बुक कराए जाते हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, गर्मियों के दौरान तत्काल टिकटों की अधिक मांग को देखते हुए तुरंत क्षमता में इजाफा किया गया है। इसके फायदे भी तुरंत देखने को मिल रहे हैं और इंटरनेट से टिकटों की बुकिंग के प्रतिशत में इजाफा हुआ है।
आईआरसीटीसी के अध्यक्ष डॉ ए के मिनोचा के अनुसार इससे तत्काल टिकट बुक कराना आसान होगा। उन्होंने बताया कि देश में कुल रेलवे टिकटों का 54 प्रतिशत आइआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक किया जाता है, इसको देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। दुनिया में यह दूसरी सबसे व्यस्त वेबसाइट है जिस पर 3 करोड़ से ज्यादा यूजर्स रजिस्टर्ड हैं। इसके जरिए प्रतिदिन 5.5 से 6 लाख टिकट बुक कराए जाते हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, गर्मियों के दौरान तत्काल टिकटों की अधिक मांग को देखते हुए तुरंत क्षमता में इजाफा किया गया है। इसके फायदे भी तुरंत देखने को मिल रहे हैं और इंटरनेट से टिकटों की बुकिंग के प्रतिशत में इजाफा हुआ है।
Comments
Post a Comment