एक मिनट के लिए ही सही लेकिन गूगल डॉट कॉम डोमेन को खरीदने और उसका मालिक बनने वाले सन्मय वेद को गूगल की तरफ से इमान दिया गया है।
29 सितंबर को गूगल की ही एक बेवसाइट पर गूगल डॉट कॉम डोमेन बिक्री के लिए मौजूद था और भारतीय मूल के अमरीकी छात्र सन्वय ने इसे ख़रीद लिया।
हालांकि जल्द ही गूगल को इसका पता चल गया और उसने इस लेन-देन को रद्द कर दिया। लेकिन लगभग एक मिनट तक सन्वय वेद दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के मालिक रहे।
गूगल ने अपनी इस ख़ामी की पहचान करने के लिए अब वेद को ये इनाम दिया है। सन्मय वेद फिलहाल अमरीका के एक कॉलेज में एमबीए की पढ़ाई कर रहे हैं।
12 डॉलर में ख़रीदा गूगल
गूगल की तरफ़ से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं सामने आई है। लेकिन सन्मय वेद ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपने अनुभव को लिंक्डइन पर साझा किया है।
उन्होंने कहा है कि वो गूगल के लिए काम कर चुके हैं और इससे जुड़े वेब डोमेन पर उनकी नज़र रहती है।�29 सितंबर को सन्मय ने गूगल डॉट कॉम के सामने 'सेल' का संकेत देखा।
उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड से 12 डॉलर का भुगतान किया और इसके बाद उन्हें ई-मेल मिला जिसमें उनके गूगल डॉट कॉम के मालिक होने की पुष्टि की गई थी।
दान की इनामी राशि
इसके बाद उनके पास एक और मेल आया कि वो गूगल डॉट कॉम नहीं ख़रीद सकते क्योंकि किसी ने पहले से ही उसे रजिस्टर कराया हुआ है और उन्हें उनके 12 डॉलर भी लौटा दिए गए।
बताया जा रहा है कि गूगल की सिक्योरिटी टीम ने सन्मय वेद को गूगल की वेबसाइट ख़रीदने वाली सेवा में खामियां उजागर करने के लिए बड़ी रक़म दी गई है।
जितनी देर सन्मय गूगल के मालिक रहे, उस दौरान जो अंदरूनी ई-मेल उनके पास आए वो भी उन्होंने गूगल की टीम को वापस भेज दिए हैं।
सन्मय ने जब फ़ैसला किया कि वो इनाम की राशि भारत में शिक्षा के लिए काम करने वाली एक संस्था को दे देंगे तो गूगल ने भी इनामी राशि दोगुना करने का एलान कर दिया।
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